हत्याकांड में नामजद कराए गए एक परिवार के कई लोगों ने डीजीपी से लगाई न्याय की गुहार
नौबतपुर, आनंद थाना क्षेत्र के शालू उर्फ शुभम हत्याकांड में मुख्य आरोपियों के स्थान पर 7 ऐसे लोगों को आरोपी बनाया गया है, जो घटना के वक्त वहां थे ही नहीं. इसी को लेकर अभियुक्त की पत्नी ने मामले की पूरी जानकारी लिखित में पुलिस महानिदेशक को सौंपी है ताकि मुख्य आरोपी पर शिकंजा कसा जाए. इस हत्याकांड में नाम जद कराए गए एक परिवार के कई लोगों का कहना है कि पुलिस निष्पक्षता के साथ वैज्ञानिक तकनीक के आधार पर जांच करें और उन लोगों का मोबाइल और घटना के समय मोबाइल और सीसीटीवी के आधार पर जांच करें जिससे दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा की घटना में किन लोगों का हाथ है और किन लोगों का हाथ नहीं है. पीड़ित परिवार का कहना है की जमीन के विवाद में पूर्व में केवल लड़ाई झगड़ा को लेकर हत्याकांड में आरोपी बनाना कहीं से जायज नहीं है.
जानकारी के मुताबिक अभियुक्त सत्येंद्र कुमार की पत्नी नीतू देवी ने बताया कि कांड संख्या 348/24 में उनके पति सहित देवर विजेंद्र शर्मा, धर्मेंद्र कुमार, योगेंद्र कुमार बेटा विकास कुमार, भतीजा आनंद कुमार और भगिना रिंकू कुमार का नाम भविष्य खराब करने एवं परेशान करने के नियत से दर्ज कराया गया है.घटना के समय यह सभी लोग वहां मौजूद नहीं थे। ना ही इस घटना से इन लोगों का कोई वास्ता है.
घटना के वक्त सत्येंद्र कुमार अपने घर पर थे. विजेंद्र कुमार अपनी पत्नी के साथ पहले से इलाहाबाद गए हुए थे. धर्मेंद्र कुमार अपने अन्य साथियों के साथ नौबतपुर लख में ऑफिस में थे. योगेंद्र कुमार अपने हाथ में प्लास्टर करवाने पटना गए थे. विकास कुमार घर पर पढ़ रहा था.आनंद कुमार उर्फ गोलू नाबालिग है, जो की कक्षा 9 का छात्र है जो अपने घर पर पढ़ाई कर रहा था. इसके अलावा रिंकू कुमार बीएड उत्तीर्ण प्रमाण पत्र लेने कॉलेज आफ कॉमर्स, पटना गए थे. उन्होंने कहा इस संदर्भ में इन लोगों का मोबाइल नंबर का टावर लोकेशन तथा सीसीटीवी कैमरा का जांच कराया जा सकता है.
वहीं नीतू देवी ने यह भी साफ किया कि मृतक शालू उर्फ शुभम का संबंध इस कांड के प्राथमिक अभियुक्त सनी कुमार, गोलू कुमार, राजू कुमार, रामू कुमार, रितिक कुमार के साथ पहले से रहा है. यह सभी लोग अपराधिक प्रवृत्ति के हैं. किसी पुराने विवाद को लेकर विगत 27 जून को नारायणपुर फील्ड के बगल में रामू सनी और रितिक ने मिलकर शुभम की हत्या कर दी. हत्या के बाद सभी R15 बाइक पर सवार होकर नौबतपुर लख होते हुए भागे हैं. बाइक का नंबर बीआर 01 एफएस 3582 है. नौबतपुर लख स्थित ऑफिस पर उपस्थित प्रत्यक्ष दर्शी लाल बाबू एवं पवन कुमार से भी पूछताछ की जा सकती है.